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नेक कोई एक तो करम करले,नेक कोई एक तो करम करले
रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई का भजन कर ले 2
माया के दिवाने थोड़ा पुन्य भी कमाले तू
साँई नाम की गंगा में गोते आ लगाले तू
मोहमाया त्यागने का प्रण करले 2
रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई का भजन करले 2
होके धनवान भी तू कितना ग़रीब है
दूर साँई चरणों से जग के करीब है
मेरी इस बात का मनन करले 2
रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई का भजन करले 2
त्याग के शरीर जब साँई धाम जाएगा
तेरा ये ख़ज़ाना तेरे काम नहीं आएगा
जमा साँई नाम के रतन करले 2
रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई क भजन करले 2
प्यार से पुकार साँई दौड़े चले आएंगे
देखना वो डेरा तेरे मन में लगाएंगे
शिरडी के जैसा अपना मन करले 2
रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई का भजन करले
नेक कोई एक तो करम करले
रोज़ थोड़ा-थोड़ा साँई का भजन करले[
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Posted By : Vinod Jindal on Jul 14, 2011
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