तू मारे या तारे 2 साँई बाबा हम हैं दास तुम्हारे
जब से अपनी आँख खुली है
दिन उजला हर शब उजली है
जागे भाग हमारे,जागे भाग हमारे
ओ साँई बाबा हम हैं दास तुम्हारे
सदियों से थे पहरे दिल पर
आ पहुँचे अपनी मज़िल पर
आख़िर तेरे सहारे आख़िर तेरे सहारे
ओ साँई बाबा हम हैं दास तुम्हारे
हम तड़पत हैं तेरे दर्शन को
मांगत हैं तुझसे तेरे मन को
कबसे हाथ पसारे कबसे हाथ पसारे
ओ साँई बाबा हम हैं दास तुम्हारे
खोज में तेरी नीर बहाएँ
जाने और कहाँ ले जाएँ
इन अँखियन के धारे इन अँखियन के धारे
ओ साँई बाबा हम हैं दास तुम्हारे
हर संकट हर पीड़ को देखो
भक्तजनों की भीड़ को देखो
कोई न पत्थर मारे कोई न पत्थर मारे
ओ साँई बाबा हम हैं दास तुम्हारे
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