व्यर्थ गवाया 2 व्यर्थ गवाया इस जीवन को पुनर्जनम मैं पाऊँ
साँई तेरे बाबा तेरे मन्दिर की मैं घंटी बनकर आऊँ 2
साँझ सकारे मन को तुम्हारे लगते हैं जो प्यारे साँई लगते हैं जो प्यारे
घंटी के वो बोल मैं बनके गूँजू तेरे द्वारे साँई गूँजू तेरे द्वारे
भक्तों के हाथों हो
भक्तों के हाथों हर पल हर दम कण-कण बजता जाऊँ
साँई तेरे मंदिर की मैं घंटी बनकर आऊँ
चाँद का चाँद और तारों का तारा,लगता है मन को प्यारा
साँई लगता है मन को प्यारा
स्वर्ग से सुन्दर सबसे न्यारा बाबा धाम तुम्हारा
साँई बाबा धाम तुम्हारा
उतनी ही कम है तेरी प्रशंसा जितनी करता जाऊँ
साँई तेरे बाबा तेरे मंदिर की मैं घंटी बनकर आऊँ
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Comments (1)
Gaurab Kr Baruah
Dec 29, 2012where i an download this song PLZZi want it any how